पेरेंट्स के लिए यूट्यूब पर अपने बच्चे की ऑनलाइन सर्फिंग पर कंट्रोल करने के लिए गाइड्लाइन।
नई पीढ़ी के बच्चे यूट्यूब पर अपने पसंदीदा सोशल मीडिया स्टार और स्ट्रीमर के वीडियो देखना पसंद करते हैं। लेकिन उन्हें ऑनलाइन असुरक्षित नहीं छोड़ा जा सकता। सभी पेरेंट्स को यूट्यूब पर पेरंटल कंट्रोल्स का इस्तेमाल करने के बारे में सोचना चाहिए। आप बहुत ही आसान स्टेप्स में यूट्यूब पर पेरंटल कंट्रोल्स सेटअप कर सकते हैं। इन्हे एक्टिवेट करने से प्लेटफार्म की प्रोटेक्शन ज़्यादातर मेच्योर कंटेंट को हटा देती है।
ब्राउजर कि मदद से यूट्यूब RESTRICTED MODE को कैसे एक्टिवेट करे
यूट्यूब पर RESTRICTED MODE एक ऑप्शनल पेरंटल कंट्रोल है जो 'वीडियो टाइटल, डिस्क्रिप्शन, मेटाडेटा, कम्यूनिटी गाइड्लाइनस रिव्यूज और ऐज रीस्ट्रिक्शन जैसे संकेतों का इस्तेमाल करके संभावित, मेच्योर कंटेंट की पहचान करता है और फ़िल्टर करता है। हालांकि ये पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है, और कभी-कभी इसे चकमा दिया जा सकता है, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर ये एक अच्छा टूल है। अगर आपके पास पहले से एक यूट्यूब अकाउंट है, तो इसे एक्टिवेट करना काफी आसान है। नीचे दिए गए स्टेप्स आप सिर्फ ब्राउजर के जरिए ही देख पाएंगे। लेकिन आपको अपने बच्चों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हर डिवाइस के लिए ऐसा करना चाहिए।
नीचे दिए गए स्टेप्स की मदद से आप यूट्यूब पर पेरंटल कंट्रोल्स को कैसे एक्टिवेट कर सकते हैं:
एंड्राइड और iOS डिवाइस पर RESTRICTED MODE को कैसे एक्टिवेट करे
यूट्यूब किड्स एप
स्मार्ट डिवाइसिस जैसे आईओएस या एंड्रॉइड स्मार्टफोन और टैबलेट पर ज़्यादा कण्ट्रोल के लिए यूट्यूब किड्स ऐप आज़माएं। इस पर बच्चे उन चैनल्स और वीडियोज़ को ब्राउज़ कर सकते हैं जिन्हें एक सीमित एल्गोरिदम के बजाय वास्तविक लोगों द्वारा अप्प्रूव किया गया है। इसके अलावा इसमें बच्चों के लिए अनुकूल डिज़ाइन मिलता है। यह फ़ंक्शन विशेष रूप से हमें आकर्षित करता है क्योंकि यह स्वचालित दर्शकों के बजाय मानव दर्शकों का इस्तेमाल करता है। इसके अतिरिक्त, आप बड़े बच्चों को ऐसा कंटेंट देखने देने के लिए ऐप के ऐज रीस्ट्रिक्शन को बदल सकते हैं जो छोटे बच्चों के देखने के लिए सही न हो।